You are currently viewing Affiliate Marketing (Learn How to Get Started & How it Works)
एफिलिएट मार्केटिंग कैसे शुरू करें और इसमें कैसे सफल हों

Affiliate Marketing (Learn How to Get Started & How it Works)

1. एफिलिएट मार्केटिंग कैसे शुरू करें और इसमें कैसे सफल हों

Affiliate Marketing (Learn How to Get Started & How it Works)
Affiliate Marketing (Learn How to Get Started & How it Works)

Affiliate Marketing के माध्यम से online पैसा कमाना, सबसे लोकप्रिय तरीकों में से एक है। एफिलिएट मार्केटिंग आपके web traffic को मुद्रीक्र्त (monetize) करने, और अतिरिक्त आय अर्जित करने का एक शानदार तरीका है। Affiliate Marketing ऑनलाइन निष्क्रिय आय उत्पन्न करने के सर्वोत्तम तरीकों में से एक है।

आपको अपने स्वयं के उत्पाद बनाने की, न ही कोई सेवा प्रदान करने की अव्शयाकता है। आपको online पैसा कमाने के लिए केवल एक वेबसाइट की आवश्यकता पड़ती है। हालाकि Affiliate Marketing से पैसा कमाने का एक मात्र तरीका ब्लॉग्गिंग ही नही है, बल्कि ईमेल द्वरा, विडियो मार्केटिंग, सोशल मीडिया द्वारा, यह कुछ ऐसे तरीके हैं जिनका उपयोग लोग online आय उत्पन्न करने के लिए करते हैं।

online आय बढ़ाने के लिए आपको नई-नई युक्तियों और रणनीतियों का उपयोग करना होगा।

2. Affiliate Marketing क्या है?

Affiliate Marketing सबसे पुरानी मार्केटिंग प्रथाओं में से एक है। यह सबसे आसान और सस्ते तरीकों में से एक है। यहाँ आपको उत्पादों को बनाने या खरीदने कि आवश्यकता नही होती है। एफिलिएट मार्केटिंग में आप अन्य लोगों के उत्पादों का प्रचार करते है, जिसकी प्रत्येक बिक्री पर आपको कमीशन प्राप्त होता है। आजकल बहुत सी कंपनियां online Affiliate Program को चलातीं हैं। जैसे : अमेज़न , फ्लिप्कार्ट , वी कमीशन आदि।

इनके प्रोग्राम के साथ जुड़कर, इनके उत्पादों के कस्टम लिंक का अपने ब्लॉग, सोशल मीडिया, या विडियो के द्वारा प्रचार करना होता है।

3. अगर आप Affiliate Marketing में नए हैं तो जानें कि यह कैसे काम करता हैं

सबसे पहले तो आप उन एफिलिएट प्रोग्राम को खोजें जिस में आपको रूचि हो, जिसके बारे में आपको थोडा बहुत ज्ञान हो। जिस प्रोग्राम से आप जुड़ना चाहते है उस प्रोग्राम का पूरा अवलोकन करें :

  • किस प्रकार के उत्पाद या सर्विस उनके द्वारा उपलब्ध करवाई जा रही है।
  • उनके द्वारा कितना कमीशन आपको प्रदान किया जाएगा।
  • भुगतान की क्या विधि है।
  • उनके नियम और शर्तें क्या हैं – इत्यादि।

अवलोकन करने के बाद जिस प्रोग्राम के साथ आप जुड़ना चाहते हैं, उस प्रोग्राम पर साइन अप करें। एक बार स्वीकृति मिल जाने पर ही, आप उनके द्वारा उपलब्ध कराये गए उत्पादों के एफिलिएट लिंक को सांझां करने के लिए स्वतंत्र हैं।

जब भी कोई उस लिंक के माध्यम से खरीदारी करता है, तब आपको एक कमीशन मिलता है।

Affiliate Marketing के एक ख़ास बात यह भी है कि, आप अपने रूचि के अनुसार एक से अधिक एफिलिएट प्रोग्राम के साथ जुड़ सकते हैं।

आपको एफिलिएट लिंक को सांझा करने की अनुमति होती है।

बस, अब आप लिंक का प्रचार करने के लिए तैयार हैं।

  • चाहे वो फिर वेबसाइट द्वारा हो ,
  • ब्लॉग द्वारा ,
  • न्यूज़ लैटर द्वारा,
  • सोशल मीडिया द्वारा,
  • विडियो द्वारा,
  • या अन्य किसी भी माध्यम द्वारा कर सकते हैं।

जब भी आपकी, किस भी कंपनी के पास न्यूनतम राशि जमा हो जाती है,

तब वो कंपनी आपको, भुगतान की राशी आपके बैंक में ट्रान्सफर कर देती है।

अलग-अलग कंपनी का भुगतान का तरीका अलग-अलग हो सकता है।

4. Affiliate Marketing में, विभिन्न Affiliate Program विभिन्न भुगतान शर्तों का उपयोग करते है- जैसे :

4.1. प्रति क्लिक भुगतान (PPC)Pay Per Click

जब भी आपके द्वारा उस एफिलिएट प्रोग्राम की वेबसाइट (विज्ञापनदाता वेबसाइट) पर किसी भी दर्शक/आगंतुक को भेजा जाता है, आप कमीशन के हकदार होते हैं।

और पढ़ें : 10 Best Affiliate Marketing Programs in India (2022)

4.2. प्रति बिक्री भुगतान (PPS) Pay Per Sale

जब भी आपके एफिलिएट लिंक के द्वारा कोई भी दर्शक खरीदारी करता है, उस बिक्री पर आपको कमीशन मिलता है।

4.3. प्रति लीड भुगतान (PPL) Pay Per Lead

जब भी आपके द्वारा भेजे गए आगंतुक/दर्शक विज्ञापनदाता वेबसाइट पर अपने संपर्क की जानकारी प्रदान करता है, तब भी आप कमीशन के हकदार होते हैं।

5. Affiliate Marketing तीन भागो में काम करता है :

5.1. Merchant (व्यापारी)

व्यापारी : यह किसी भी रूप में हो सकता है, चाहे वो निर्माता हो, विक्रेता, कोई बड़ी कंपनी (जैसे एप्पल, सैमसंग इत्यादि) खुदरा विक्रेता, कोई भी हो सकता है। उस एफिलिएट प्रोग्राम के पीछे कोई भी व्यापारी हो सकता है, जो अपने उत्पाद को बेचना चाहता है। किसी भी व्यापारी को सक्रीय रहने की आवशयकता नही होती है, बस उनके पास उत्पाद का होना आवश्यक होता है।

5.2. एफिलिएट मर्केटर (Affiliate Marketer)

एफिलिएट मार्केटर को प्रकाशक के रूप में भी जाना जाता है। यह एकल व्यक्ति से लेकर कोई कंपनी भी हो सकती है।

एक एफिलिएट मार्केटर Affiliate Marketing से कुछ सौ रूपए से लेकर लाखों या उस से भी ज्यादा कमा सकता है।

यही वह जगह है, जहाँ एक सहयोगी (मार्केटर) कई Affiliate program के साथ जुड़कर, अपनी रूचि के अनुसार कई उत्पादों को बढ़ावा देता है।

साथ ही संभावित ग्राहकों को, व्यापारी के उत्पादों की संक्षिप्त जानकारी, उसके फोटो के साथ देता है।

वो जानकारी से, ग्राहकों को इस तरीके से आकर्षित करता है, ताकि ग्राहक उस उत्पाद को खरीदने के लिए बाध्य हो जाये।

सहयोगी व्यापारी के उत्पादों की जानकारी, किसी भी रूप में अपने गाहकों को पहुचता है:

  • चाहे वो ब्लॉग द्वारा हो,
  • सोशल मीडिया,
  • विडियो द्वारा या
  • अन्य किसी भी माध्यम द्वारा।

5.3. उपभोगता (Consumer)

उपभोगता या ग्राहक इस एफिलिएट प्रणाली का अहम हिस्सा होता है। इस ग्राहक के इर्द-गिर्द सारा सिस्टम घूमता है। क्यूँकी जब तक ग्राहक किसी भी उत्पाद को नही खरीदेगा, तब तक ना तो कोई sale होगी, ना ही कोई कमीशन अर्जित होगा।

सहयोगी अपनी सुविधा के अनुसार किसी भी उत्पाद की जानकारी ग्राहकों तक पहुचता है।

लेकिन साथ ही यह भी आवश्यक होता है कि, सहयोगी द्वारा उपभोगताओं को यह जानकारी उपलब्ध करवाई जानी चाहिए कि, वह (ग्राहक) उस समय एक एफिलिएट मार्केटिंग प्रणाली का हिस्सा है।

सहयोगी द्वारा एक संक्षिप्त अस्वीकरण देना होता है जैसे :

“इस साईट पर जो एफिलिएट लिंक दिए हुए है, उस के माध्यम से जो भी खरीदारी की जायेगी, उसका एक छोटा सा कमीशन हमको मिलता है। साथ ही उपभोगता को उस उत्पाद के लिए अधिक कीमत नही देनी होती है। समर्थन करने के लिए धन्यवाद्।”

6. Affiliate Marketing के लिए -एफिलिएट मार्केटर कैसे बने

एफिलिएट मार्केटर बनने के अपने इस सफ़र को, आप कुछ बातों को ध्यान में रखते हुए आगे बढ़ सकते हैं। 

  • अगर आप किसी भी उत्पाद के बारे में अच्छी जानकारी रखते है, तो आप उन उत्पादों की समीक्षा कर सकते हैं।
  • यह समीक्षा आप ब्लॉग के द्वारा या YouTube चैनल के द्वारा भी शुरू कर सकते हैं।
  • अपने दर्शकों/ग्राहकों के साथ जुड़ने के लिए आपको उनके ई-मेल एकत्र करने होंगे।
  • ताकि आप किसी भी समय उन से जुड़ सकें, और अपनी (सामग्री) content उन तक पहुंचा सकें।
  • आप वेबिनार का उपयोग भी, कम समय में ज्यादा बिक्री के लिए कर सकते हैं।
  • आप प्रति क्लिक भुगतान विज्ञापन के साथ अपनी आय वृधि को बढ़ा सकते हैं।

6.1. उत्पाद की समीक्षा द्वारा

अगर आप किसी उत्पाद को प्रयोग में लेते है और उसे पसंद करते हैं, तो उसकी समीक्षा से शुरुआत कर सकते है। अगर आपको पढना पसंद है तो आप पुस्तकों की समीक्षा कर सकते हैं। उस उत्पाद के बारे में लोगों को बताएं की उसकी क्या-क्या खूबी है, और उसमें क्या खामी है।

Affiliate Marketing For Product Review
Affiliate Marketing For Product Review

ध्यान रहे अपने ग्राहकों को ईमानदारी से और सही जानकारी प्रदान करें।

बजाय इसके कि आप किसी ऐसी चीज को बढ़ावा दें जिससे आपको अधिक कमीशन मिलता हो।

जब भी आप किसी उत्पाद की समीक्षा लिखते है तो आप उस उत्पाद का एफिलिएट लिंक उस समीक्षा के साथ जोड़ सकते हैं।

आप शुरुआत करने के लिए Amazon Associates के प्रोग्राम के साथ जुड़ सकते हैं।

Amazon Associates Site Stripe for Affiliate Marketing
Amazon Associates Site Stripe for Affiliate Marketing
  • जुड़ने के बाद आपको उत्पाद प्रष्ठ पर जाना है।
  • वहाँ अपनी रूचि के अनुसार किसी भी उत्पाद को सांझा करने के लिए चुनें।
  • फिर Get Link के नीचे Text पर क्लिक करके अपनाAffiliate Link प्राप्त करें और सांझां करें।
  • जितने अधिक ग्राहक/दर्शक आपके पास होंगें, उतनी ही ज्यादा बिक्री के अवसर आपको मिलेंगें।

6.2. ईमेल सूची बनाना (Build an Email List)

Email Marketing आज भी सबसे ज्यादा प्रभावी मार्केटिंग में से एक हैं। इसलिए इस पर भी गहन अध्यन करने की जरूरत है। आप जिस माध्यम से भी प्रचार करने के लिए तैयार है, उसके जरिये आपको अपने दर्शकों/ग्राहकों का मेल-आईडी एकत्र करने की जरूरत पड़ेगी।

जब आप अपने दर्शकों/ग्राहकों से उनकी details मांगते है, तब आप को उनको कुछ ना कुछ ऑफर देना होता है,

उधाहरण के तौर पर :

आप हमारा न्यूज़ लैटर सब्सक्राइब करें हम आपको मेल द्वारा एक सरप्राइज गिफ्ट भेजेंगे।

आप उनके साथ कोई भी फ्री कोर्स, कोई ई-बुक शेयर कर सकते है।

आपको इसके बारे में थोडा रिसर्च करना होगा और नए-नए तरीको को अजमाकर अपने दर्शकों के साथ जुड़े रहना होगा।

  • अगर आपकी सूची में 300 से 500 लोग भी जुड़ जाते है, तब आप अच्छी बिक्री करने के योग्य हो जाते हैं।
  • कोशिश करें week में एक बार उनको update करते रहें।
  • हर बार उनको उत्पाद की बिक्री के लिए प्रेरित ना करें।
  • नई-नई चीजों से अवगत कराते रहें।
  • दर्शकों को हमेशा से आपके लिए यह फीलिंग होनी चाहिए कि आप उनके गाइड है, आप उनके हितों को ध्यान में रखते हुए नई-नई चीजों की update उन तक पंहुचा रहे हैं।

6.3. पीपीसी (PPC) विज्ञापन के साथ अपना व्यवसाय बढ़ाएं

 आप पीपीसी विज्ञापनों का उपयोग निम्न कारणों के लिए कर सकते है :

  • लोगों को अपने वेबिनार के लिए साइन करने के लिए कहें
  • अपनी ईमेल सूची बढ़ाएं
  • अधिक बिक्री करें

पीपीसी यानी भुगतान प्रति क्लिक, विज्ञापन का एक रूप है जहाँ आप हर बार, आपके विज्ञापन पर क्लिक करने के लिए एक छोटा सा शुल्क देते हैं। आप केवल इन विज्ञापनों द्वारा उत्पन्न ट्रैफिक के लिये भुग्तान कर रहे हैं, जिससे वे उन व्यवसायों के लिए एक बढ़िया विकल्प बन जाते है जो अपने बजट पर पूर्ण नियंतार्ण रखना चाहते हैं।

सबसे लोकप्रिय पीपीसी विज्ञापन प्लेटफ़ॉर्म : गूगल विज्ञापन, माइक्रोसॉफ्ट विज्ञापन, और फेसबुक विज्ञापन हैं।

7. तीन प्राथमिक प्रकार के गूगल विज्ञापन हैं :

7.1. खोज नेटवर्क (Search Network – Text based Add)

खोज नेटवर्क (Search Network - Text based Add)
खोज नेटवर्क (Search Network – Text based Add)

यह text आधारित विज्ञापन है, जो गूगल खोज परिणामों में दिखाए जाते हैं, जैसे : प्रायोजित लिंक, शौपिंग बैनर और शौपिंग पेज विज्ञापन

7.2. प्रदर्शन नेटवर्क (Display Add)

प्रदर्शन नेटवर्क (Display Add)
प्रदर्शन नेटवर्क (Display Add)

आमतौर पर यह छवि आधारित विज्ञापन होते हैं, जो आपके दर्शकों द्वारा देखी जाने वाली वेबसाइट पर प्रदर्शित होते हैं। आमतौर पर यह बैनर, साइड बार या फूटर छवि के रूप में देखे जा सकते हैं।

7.3. विडियो ऐड (Video Add)

विडियो ऐड (Video Add)
विडियो ऐड (Video Add)

यह विडियो आधारित विज्ञापन होते है जो YouTube सामग्री के पहले, उसके दौरान, या बाद में प्रदर्शित होते हैं।

पीपीसी विज्ञापन अभियान एक ग्राहक को उत्पाद खरीदने के लिए प्रेरित कर सकता है, किसी भी लीड को जनरेट (generate )करने में, जैसे : किसी फॉर्म को जमा करने में या किसी पीडीएफ (PDF) को डाउनलोड करने में काम आता है।  

8. Affiliate Marketing के लिए Affiliate Link को प्रमोट करें

  • इन्फ्लुएन्सर मार्केटिंग द्वारा : आप अपने एफिलिएट लिंक को सोशल मीडिया साइट्स पर सांझां करें
  • ब्लॉग्गिंग द्वारा : अपने ब्लॉग के द्वारा एफिलिएट लिंक को सांझां करें
  • ईमेल लिस्ट : ईमेल सूची, आपके दर्शकों के साथ एफिलिएट लिंक को सांझां करना एक लोकप्रिय तरीका हैं
  • विडियो द्वारा : आजकल लोग विडियो सामग्री काफी पसंद करते हैं, फेसबुक, इन्स्ताग्राम टिक-टोक, यूं ट्यूब पर विडियो सामग्री द्वारा, एफिलिएट लिंक को सांझां कर सकते हैं

यह कुछ मूल बातें हैं जिनका आप ध्यान रखते हुए आप एक सही दिशा की ओर बढ़ सकते हैं।

  • आप सोचें की रातों रात आप पैसा कमाने लगेंगे तो यह गलत होगा।
  • एफिलिएट मार्केटिंग में समय लगता है।
  • किसी भी काम को अंजाम तक पहुँचाने में समय और लग्न की जरूरत होती है।
  • अपनी पहली एफिलिएट बिक्री पर ध्यान दें।
  • जैसे जैसे आपकी साईट पर ट्रैफिक बढेगा आपकी बिक्री भी बढ़ेगी।
  • नये लक्ष्य निर्धारित करें और हमेशा नए नए प्रयोग करते रहें।

अच्छे कंटेंट के साथ दर्शकों के साथ जुड़े रहें, सफलता के रूप में आपको एक अच्छी आय अवश्य उत्पन्न होगी।

और पढ़ें : 6 Simple and Proven Ways to Make Money From Amazon in Hindi

SHARE THIS

This Post Has One Comment

Leave a Reply

Disclaimer

Read More

This Blog has been designed after deep reflection and care with a motive to assist my valuable readers. Gyaansangrah intends to offer precise and updated information on various topics for general and commercial use. While our efforts are focused to provide you accurate data, there is a possibility of continuous updation of data from the original information provider and the same may not be reflected here. The content provided in the blog is only for informative purposes and collected from different sources across the Internet.
 
Gyaansangrah is not promoting or recommending anything here. Please verify the information before making any decisions. Gyaansangrah assumes no responsibility for any legal or financial implication in any case. Gyaansangrah aims to provide guidance and information to the readers. So, we advise the readers should do their own research for further assurance before taking any general and commercial decisions.

All the trademarks, logos and registered names mentioned in the blog belong to their respective intellectual property owners. There is no intent and purpose of violating any copyright or intellectual copyrights issues. Information presented in the blog doesn't imply in any case a partnership of Gyaansangrah with the Intellectual Property owner.
Further, information provided here can be subject to change without any notice and users are requested to check the original information provider for any clarifications.