जब तक आप कोशिश नही करेंगे तब तक आप बिलकुल किसी की तरह हैं, या यूँ कहें की आप भी उस भीड़ का हिस्सा हैं, और अगर आपको उस भीड़ से अलग अपने आपको दिखाना है, तो आपको कुछ ऐसा बड़ा करने की कोशिश करनी होगी, जिससे आप दूसरों पर प्रभाव छोड़ सकें, और उनके लिए प्रेरणा के सोत्र बन सकें। ऐसी ही एक कहानी है Swati Bhargava की। आईये जानते है कैसे Swati Bhargava ने एक कर्मचारी से एक उद्यमी तक का सफर तय किया।

अंबाला में रहने वाली एक मध्यमवर्गीय परिवार की एक छोटे शहर की लड़की, जो हमेशा विदेश जा कर जीवन में कुछ बड़ा करने का सपना देखती थी। किसको पता था कि जो वो सपना देख रहीं है, वो एक दिन सच कर दिखाएंगी। आज Swati Bhargava एक सफल उद्यमी हैं, और सबसे महत्वपूर्ण बात यह है की वह दूसरों के लिए प्रेरणा हैं। उन्होंने भारत की नंबर १ कूपन और कैशबैक वेबसाइट कैशकरो के साथ भारत में महंगी चीज़ों के चलते, बचत करने का एक बहुत अच्छा विकल्प दिया है। भारत में ही नही बल्कि यूके (UK) को भी अपने विचारों से प्रबुद्ध कीया है।
Swati Bhargava का जन्म एवं शिक्षा
स्वाति भार्गव का जन्म हरियाणा के अंबाला शहर में 27 अप्रैल 1975 को हुआ था। बचपन से ही वो पढाई की बहुत शौकीन रहीं हैं। उन्होंने 12वीं कक्षा में उच्च अंक प्राप्त किये, और साथ ही भारतीय प्रशासनिक सेवाओं और विदेश सेवाओं में, सेवा करने का हमेशा से ही उन्होंने सपना देखा। अध्यन के अलावा उन्हें खेल और वाद-विवाद जैसी पाठ्येतर गतिविधियों में भी बहुत रूचि थी। उनके 12वीं के उच्च अंकों ने उन्हें एक बार मौका दिया, और सिंगापुर एयरलाइंस द्वारा छात्रवृति कार्यक्रम के लिए उन्हें चयनित किया गया।
इसके बाद वो सिंगापुर पहुँच गईं।
यही नही उन्होंने विश्वविद्यालय से ही लंदन स्कूल ऑफ़ इकोनॉमिक्स (LSE) में, एक और छात्रवृत्ति प्राप्त की, जहाँ उन्होंने गणित और अर्थशास्त्र में बीएससी (ऑनर्स) की पढाई की।
Swati Bhargava की करियर की शुरुआत
- 2005 में ऑनर्स की डिग्री प्राप्त करने के बाद, Swati Bhargava ने अमेरिकी बहुराष्ट्रीय निवेश बैंक और वित्तीय सेवा कंपनी Goldman Sachs में, ग्रीष्मकालीन इंटर्नशिप शुरू की।
- बाद में उन्हें वहाँ एक विश्लेषक के रूप में पूर्णकालिक भूमिका की पेशकश की गई।
- इसके तीन साल बाद, अपनी क्रेडिट संरचना और बिक्री टीम में निवेश बैंकिंग डिवीज़न के भीतर एक पद संभाला, जिसे उन्होंने चार साल तक आयोजित कीया।
- बाद में वह कार्यकारी कार्यालय में चलीं गईं।
- जहाँ उन्होंने Goldman Sachs के शीर्ष प्रबंधन के साथ काम कीया, जिससे उन्हें अपार सफलता मिली, साथ ही उनके संचार कौशल में और उनके आत्मविश्वास में वृधि हुई।
- 2010 में अपना कुछ शुरू करने की सोच कर उन्होंने Goldman Sachs को छोड़ दीया।
एक कर्मचारी से एक उद्यमी तक का सफर
Swati Bhargava अब एक नया करियर शुरू करना चाहतीं थीं। 2009 में स्वाति की मुलाकात रोहन भार्गव से हुई। बाद में उन्होंने रोहन से शादी कर ली। सन 2009 में दोनों ने मालदीव के लिए, यूके स्थित कैशबैक पोर्टल क्विडकोह (Quidco) के माध्यम से अपनी एक फ्लाइट बुक की। तब उनको एक आश्चर्यजनक रूप से 25000 रूपए की राशी कैशबैक के रूप में प्राप्त हुई। वो इस अवधारणा से बहुत प्रभावित हुए, लोंगो को आकर्षित करने के लिए उन्हें यह कैशबैक वाला आईडिया बहुत दमदार लगा। और तभी से उन्होंने इस आईडिये को लेकर सोचना शुरू कीया, कि कैसे वो भी कैशबैक पोर्टल शुरू कर सकते हैं।
जल्द ही उन्होंने यूके में pouringpounds.com नाम से एक B2B कैशबैक पोर्टल के रूप में अपना व्यवसाय शुरू कीया।
उनका एक ही मंत्र था कि – “अपना सर्वश्रेष्ठ करते रहो और बाकी को छोड़ दो” ।
आज Pouring Pounds यूके में अग्रणी वाउचर और कैशबैक वेबसाइटों में से एक है, और साथ ही 2800 से ज्यादा लोकप्रीय ब्रांडों के साथ काम करती है। जैसे :
- M & S,
- Hotels.com,
- Mothercare,
- Expedia इत्यादि।
स्वाति ने आवशयकता पड़ने पर धन जुटाने का फैसला कीया।
- उन्होंने अपने संपर्कों द्वारा,
- दोस्तों द्वारा,
- एल एस ई के वरिष्ठों द्वारा,
- और यूके स्थित एंजेल निवेशकों के एक समूह द्वारा
सीड फंडिंग में 750,000 USD जुटाए।
उनका यह कैशबैक का आईडिया यूके में हिट हुआ और इस आईडिये ने लोगों का आकर्षण प्राप्त करना शुरू कर दिया।
वह जानतीं थीं, कि लोग बचत करना पसंद करते है, चाहे वो किसी भी रूप में क्यों न हो।
Swati Bhargava ने अपने इस आईडिया के साथ भारत की तरफ रुख करा :
अपने इस कैशबैक आईडिये को यूके में हिट होता देख उन्होंने भारत में इसे लागू करने का विचार बनाया। क्यूँकी स्वाति जानती थीं कि जब बात भारत की आती है, तो वहां के लोग तो हमेशा ही खर्च करते समय कुछ न कुछ बचाने की सोचते हैं।
- जैसा की यह कैशबैक का आईडिया सबसे अलग था, जिसका स्वाति और रोहन ने इसका फायदा उठाया।
- उस समय २०१३ में CashKaro.com नाम से भारत में अपना पोर्टल लॉन्च कीया।
- उन्होंने गुरुग्राम में पांच लोगों की टीम के साथ एक छोटा सा ऑफिस खोला।
- खुद यूके में रह कर इसको संचालित कीया।
- जल्द ही उन्हें अपने इस पोर्टल पर अच्छा ट्रैफिक, व प्रतिक्रिया मिलना शुरू हो गया।
- जैसा की लोग ऑनलाइन खरीदारी करते समय कुछ अतिरिक्त रूपए बचाने के लिए उनके पोर्टल का उपयोग करने लगे।
- जब यह जबरदस्त रूप से चलने लगा तब स्वाति और रोहन ने अपनी कंपनी के लिए धन प्राप्त करने के लिए भारत आकर निवेशकों से मिलना शुरू कीया।
- उन्हें श्री रतन टाटा और कलारी कैपिटल से फंडिंग के रूप में समर्थन मिला।

आज कैशकरो ५ मिलियन से अधिक पंजीकृत उपयोगकर्ताओं के साथ –
- 1500+ ई- कॉमर्स साइटों जैसे: अमेज़न.इन , फ्लिप्कार्ट, मिन्त्रा, आदि पर बचत के लिए वन स्टॉप डेस्टिनेशन है।
- खुदरा विक्रेताओं के साथ रणनीतिक गठजोड़ बनाया।
- लंदन स्थित एंजेल इन्वेस्टर से ५ करोड़ जुटाए और साथ ही अपने कैशबैक पोर्टल के द्वारा ६ महीने के भीतर पार्टनर साइट्स की बिक्री में २५ करोड़ का इजाफा करवाया।
२०१७ में क्षितिज का विस्तार
चेन्नई में ८० से अधिक तकनीकी मास्टरमाइंडो के साथ नया कार्यालय स्थापित कीया। ८० करोड़ से अधिक तक का श्रेय अपने उपयोगकर्ता को कैशबैक के रूप में दीया। सन २०१९ तक १०० करोड़ रूपए का भुगतान अपने उपयोगकर्ताओं को कैशबैक के रूप में दीया।
EarnKaro.com पोर्टल को लॉन्च कीया, जो भारत का पहला सोशल डील कॉमर्स प्लेटफ़ॉर्म है।
उपलब्धियां और अवार्ड्स
- Swati और Rohan Bhargava फार्च्यून इंडिया, ४0 अंडर ४० लिस्ट में शामिल।
- सन 2016 में स्वाति को एक बार टॉप यंग बिज़नेस वीमेन के लिए नामांकित किया गया था।
- उन्हें भारत का पहला डिजिटल महिला पुरूस्कार भी मिला था।
- स्वाति ने ब्लैक बॉक्स कनेक्ट फीमेल फाउंडर्स एडिशन का २०१५ में भारत का प्रतिनिधित्व किया था।
- २०११ में Young Achiever श्रेणी के लिए, उन्हें Asian Women of Achievement Awards में नामांकित कीया गया था।
वास्तव में स्वाति महिला सशक्तिकरण की मिसाल हैं, यह उन्होंने अपनी क़ाबलियत से साबित कर दिया है।
वह हम सभी के लिए एक प्रेरणा हैं।
एक छोटे से शहर की लडकी का विदेश जाना, और अपने दिल की आवाज को सुन कर उसको अंजाम तक पहुँचाना, यह धैर्य और साहस की मिसाल हैं।
यह सफ़र शायद उनके लिए आसान नही रहा होगा, लकिन उन्होंने चुनोतियों से प्रभावित हुए बिना इसे कर दिखाया।
स्वाति की यह प्रेरणादायक कहानी, उन महिलाओं को प्रोत्साहित कर सकती है जो महिलाएं उद्यमी बनने की इक्छा रखतीं हैं।
विकल्प मिलेंगे बहुत
मार्ग भटकने के लिए
संकल्प एक ही काफी है
मंजिल तक जाने के लिए !!
Pics Courtesy : Instagram Screengrab / Swatiddb & Website Screengrab / https://cashkaro.com/
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